Thursday, August 7, 2008

मेरा परिचय


तुम
बहुत उत्सुक हो
मेरे बारे में जानने के लिए
में तुम्हे निराश नहीं करूंगा
में तुम्हे सबकुछ बताऊँगा
अपने बारे में
ध्यान से सुनो
सबसे पहले

में कौन हूँ ?
न में भगवान हूँ , न में शैतान हूँ
थोडी सी इज्ज़त है मेरी ,थोडा सा बदनाम हूँ
में तो बस एक इंसान हूँ

में क्या करता हूँ ?
में प्रेम करता हूँ
खुद से , तुम से
सबसे

मेरी पहचान क्या है ?
न में फकीर हूँ ,न में धनवान हूँ
में तो इन दोनों से अनजान हूँ
में तो इन दोनों से महान हूँ

मेरे पास क्या है ?
बहुत कुछ
सबको देता हूँ
तुम्हे भी दूंगा
थोडी ख़ुशी ,थोडा गम

में कहाँ रहता हूँ ?
ये में नहीं बताऊँगा
तुम पूछना अपने दिल से
वो बता देगा
सच कहता हूँ
में तुम्हारे दिल में रहता हूँ

अन्तिम
कुछ शब्द
और ध्यान से सुनो
तुम्हे अपने बारे में सुनाते -सुनाते
में बहुत उत्सुक हो गया हूँ
तुम्हारे बारे में जानने के लिए
मुझे निराश मत करना
मुझे सबकुछ बताना
अपने बारे में
ध्यान से सुन रहा हूँ
सबसे पहले
तुम ..............

2 comments:

रश्मि प्रभा... said...

बहुत सुन्दे,सार्थक,आकर्षक परिचय,
एक संयमित परिचय........आगे बढ़ो.......

Anonymous said...

o really u r the best sachchime bahot sundar kabita ye he ye padkar muje laga jese me har tension ko vulakar kisi dusri duniyame ho